
हिन्दू धर्म की विडंबना देखिए

आजकल... एक बड़ा खतरनाक प्रचलन चला है हिन्दुओं में ...! वह यह कि... जैसे ही कोई हिन्दू त्यौहार आने वाला होता है. तो हम हिन्दू खुद ही... उस त्यौहार को ऐसे पेश करते हैं जैसे वो... उनके ऊपर बोझ है उनका मजाक... फेसबुक और व्हाट्सएप पर बनाते हैं. और अपने ही त्यौहारों की...! पवित्रता ओर उसका महत्व खत्म कर देते हैं...! देखिए क्या लिखा है,
आदरणीय पति देव !
आपको सूचित किया जाता है कि आपके लम्बी आयु की वैलिडिटी खत्म होने वाली है और रिचार्ज की तिथि आ गयी है..!
27 October 2018 को.. स्पेशल करवाचौथ रिचार्ज करवा कर.. लंबी उम्र पाएं. पत्नी के त्याग का मजाक बनाकर.. पत्नी को लालची और रिशवतखोर बताने लगते हैं !
* हिन्दू धर्म की विडंबना तो देखिए *
जन्माष्टमी आयी तो श्री कृष्ण को टपोरी तडीपार और ना जाने क्या-क्या कहा जाता हे !
गणेश जी आये तो उनका भी मज़ाक़ बनाया !
नवरात्रि आयी तो ये चुटकुला आया "नौ दिन दुर्गा-दुर्गा फिर मुर्गा-मुर्गा !
विजयादशमी पर श्री राम-माता सीता और रावण पर चुटकुले चले !
अब दिवाली पर भी कुछ ना कुछ... तो आ जायेगा!
कभी सोचा है कि वास्तव में कौन है जो... ये सब पोस्ट कर रहा है ?
ये कभी किसी ने भी जानने की कोशिश नहीं की..! बस अपने मोबाइल पर मेसेज आया तो बिना सोचे समझे फॉरवर्ड करने की वही.. भेड़ चाल चालू..!!
* एक हमारा मीडिया.. पहले ही हिन्दू त्यौहारों के पीछे पड़ा है. *
होली पर पानी बर्बाद होता है लेकिन... ईद पर जानवरों की क़ुरबानी धर्म है ! ?
दिवाली पर पटाके छोड़ना प्रदूषण है... पर ईसाई नया वर्ष पर आतिशबाजी जश्न है ! ?
नवरात्री पर 10 बजे के बाद गरबा ध्वनि प्रदूषण हो जाती है...
वहीं मोहरम की रात ढोल कूटना और नया वर्ष की रात जानवरों की तरह 12 बजे तक बाजे बजाना धर्म है ! ?
करवा चौथ और नाग पंचमी पाखंड है... वहीं ईसा का मरकर पुनः लौटना गुड फ्राइडे वैज्ञानिक है !?
हिन्दुओं को यह लगता है कि अपने पर्व का मज़ाक़ बनाना सही है तो.. इससे बड़ी लानत क्या होगी...
इस तरह के मैसेज बनाने वाले, हिन्दू विरोधी तत्व,जानते हैं कि, हम हिन्दू, अपने धर्म को लेके सजग नहीं हैं और एडवांस्ड दिखने के चक्कर में... कुछ भी फॉरवर्ड कर देंगे... तभी ये ऐसे मैसेज बनाकर सर्कुलेट करते हैं .
किसी और धर्म के लोगों को उनके धर्म के जोक्स पढ़ते या फॉरवर्ड करते देखा है क्या ? उनको तो छोड़ो, आप भी उनके धर्म के जोक्स फॉरवर्ड करने से पहले 10 बार सोचते हो कि... ये मैसेज आगे भेजूँ या नहीं ? तो हिन्दू धर्म का मज़ाक़ उड़ाते शर्म नहीं आती.?
मेरा करबद्ध निवेदन है की मोबाइल पर आया मेसेज को बिना सोचे समझे फॉरवर्ड करे... धन्यवाद !
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